हाल ही में 21 सितम्बर, 2024 को क्वाड समूह (अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया) ने वैश्विक स्तर पर कैंसर के खिलाफ एक अभूतपूर्व पहल की शुरुआत की है। इस पहल का नाम क्वाड कैंसर मूनशॉट पहल (Cancer Moonshot Initiative) रखा गया है।
इस पहल के द्वारा सर्वाइकल कैंसर की जाँच का विस्तार करने, ह्यूमन पेपिलोमावायरस या एचपीवी के खिलाफ टीकाकरण बढ़ाने और कम सेवा वाले क्षेत्रों में उपचार विकल्पों और देखभाल विस्तार करने पर ध्यान दिया जाएगा। अमेरिका में आयोजित क्वाड 2024 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा इस पहल की घोषणा की गई है।
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कैंसर मूनशॉट पहल में भारत का योगदान-
कैंसर मूनशॉट पहल में भारत के योगदान के रूप में, पीएम मोदी ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में कैंसर परीक्षण, जांच और निदान के लिए 7.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुदान की घोषणा की है। इसके साथ ही भारत इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में कैंसर की रोकथाम के लिए रेडियोथेरेपी उपचार और क्षमता निर्माण के लिए सहायता भी प्रदान करेगा। वहीं GAVI (GAVI, The Vaccine Alliance) और QUAD कार्यक्रमों के तहत भारत वैक्सीन की 40 मिलियन खुराक की आपूर्ति से भी करेगा। भारत WHO की डिजिटल स्वास्थ्य पर वैश्विक पहल में अपने 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर के योगदान के माध्यम से कैंसर स्क्रीनिंग, देखभाल और निरंतरता के लिए इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के इच्छुक देशों को तकनीकी सहायता भी प्रदान करेगा। इसके साथ ही भारत इस बीमारी के लिए एआई आधारित उपचार प्रोटोकॉल पर भी काम कर रहा है।
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क्या है सर्वाइकल कैंसर?/What is cervical cancer?
गर्भाशय ग्रीवा कैंसर या सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की परत में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि है। यानी सर्वाइकल कैंसर महिला के गर्भाशय ग्रीवा में होने वाला कैंसर है। गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय का निचला हिस्सा है जो योनि से जुड़ता है। बता दें कि सर्वाइकल कैंसर के लगभग सभी मामले (99%) उच्च जोखिमपूर्ण ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) के संक्रमण से जुड़े होते हैं, जो यौन संपर्क के माध्यम से फैलने वाला एक बेहद आम वायरस है।
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कैंसर मूनशॉट पहल की क्यों हुई शुरुआत?/Why was the Cancer Moonshot initiative started?
वैश्विक स्तर पर सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे आम प्रकार का कैंसर है जबकि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों का तीसरा प्रमुख कारण है। लेकिन इसके बावजूद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में 10 में से एक से भी कम महिलाओं ने अपना एचपीवी टीकाकरण पूरा किया है तो वहीं 10% से भी कम महिलाओं ने हाल ही में स्क्रीनिंग कराई है। ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं और उपचार की कमी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
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बता दें कि 2 वर्ष पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन ने अमेरिका के लिये भी कैंसर मूनशॉट पहल की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य 2047 तक अमेरिका में कैंसर से होने वाली मृत्यु दर को कम से कम आधे से कम करना, 4 मिलियन से अधिक कैंसर से होने वाली मौतों को रोकना और कैंसर से पीड़ित लोगों के अनुभव को बेहतर बनाना है।
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